इन दिनों राजस्थान में चार सीटों पर प्रतिनिधि सभा का आयोजन होगा, इससे पहले कि राजस्थान सम्मेलन टिकट वितरण में गड़बड़ी हो। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इन उपचुनावों में सत्तारूढ़ वंश कांग्रेस पार्टी पर हावी है।
आपको बता दें कि इन चार सीटों पर हुए उपचुनावों में से कांग्रेस ने पहले तीन सीटों पर कब्जा किया था, और इसके परिणामस्वरूप, इन उप-चुनावों में, विधायकों के परिवार के सदस्यों ने इन सीटों से हार मान ली और इनकी तलाश कर रहे हैं सीटें।
अधिकांश वल्लभनगर सीटों पर, विधायक के कारण अटकलें लगती हैं। जहाँ जगेंद्र सिंह की पत्नी ने इस उपचुनाव में अपने लिए टिकट की माँग की, वहीं शकटावत के बड़े भाई, उनके भतीजे ने भी उस सीट से अपनी दावेदारी कर दी, जिससे कांग्रेस मुद्दे पर अटक गई।