
राजस्थान में अवैध बांग्लादेशियों पर कड़ा एक्शन, 100 हिरासत में, जल्द होगी देश वापसी!
राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों को बाहर निकालने के लिए सख्त कदम उठा रही है। इसी अभियान के तहत गुरुवार को एक बड़े सर्च ऑपरेशन में 100 संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक पकड़े गए। इनमें से 35 लोगों के पास फर्जी दस्तावेज मिले हैं, जिससे उनकी पहचान को लेकर और भी गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। फिलहाल, सभी को हिरासत में लेकर गहन जांच की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, पकड़े गए लोगों की कॉल हिस्ट्री और उनके वित्तीय लेनदेन की गहराई से जांच हो रही है। प्रशासन इनकी गतिविधियों को खंगाल रहा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि ये लोग किस तरह और किन नेटवर्क के जरिए भारत में दाखिल हुए थे। सुरक्षा एजेंसियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सभी को अलवर स्थित डिटेंशन सेंटर में भेज दिया है। यहां उनके दस्तावेजों की छानबीन और अन्य कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद सीबीआई के जरिए इन्हें डिपोर्ट किया जाएगा।
जयपुर के हसनपुरा, दौलपुरा और भांकरोटा इलाकों में बड़े पैमाने पर छापेमारी की गई, जहां इन संदिग्धों के ठिकाने होने की जानकारी मिली थी। राज्य सरकार ने इन ठिकानों पर पूरी ताकत के साथ ऑपरेशन को अंजाम दिया ताकि किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधियों पर पूरी तरह लगाम लगाई जा सके।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पहले ही साफ कर चुके हैं कि राज्य की सुरक्षा और सामाजिक समरसता को प्रभावित करने वाले किसी भी गैरकानूनी तत्व को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने पुलिस और प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई हो और अवैध तरीके से रह रहे लोगों को तुरंत पहचान कर कानूनी प्रक्रिया के तहत देश से बाहर किया जाए।
गृह विभाग, पुलिस और खुफिया एजेंसियों की एक महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित किया कि इस ऑपरेशन के दौरान किसी निर्दोष नागरिक को परेशानी न हो। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार इस मुद्दे पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाएगी और राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
राजस्थान सरकार के इस कदम से न केवल राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में मदद मिलेगी बल्कि अवैध प्रवासियों पर भी सख्त संदेश जाएगा कि नियमों के खिलाफ कोई भी गतिविधि स्वीकार नहीं की जाएगी। अब पूरे मामले पर सीबीआई की अगली कार्रवाई पर नजर टिकी है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह अभियान प्रभावी और निष्पक्ष तरीके से पूरा हो।