
नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित ABP नेटवर्क इंडिया@2047 समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के भविष्य की दिशा पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि भारत का सबसे बड़ा सपना विकसित भारत 2047 है, और देश के पास इसे हासिल करने की क्षमता, संसाधन और संकल्प मौजूद हैं।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को ऐतिहासिक करार दिया और कहा कि यह दोनों देशों के आर्थिक विकास में नया अध्याय जोड़ने वाला है। उन्होंने बताया कि यह समझौता भारतीय व्यवसायों और MSMEs के लिए नए अवसर खोलेगा और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा।
पीएम मोदी ने ड्रोन दीदी और लाखपति दीदी जैसी महिलाओं की सफलता की कहानियों को प्रेरणादायक बताया और कहा कि यह भारत में बदलाव की नई लहर को दर्शाती हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत अब GDP केंद्रित सोच से आगे बढ़कर “ग्रॉस एम्पावरमेंट ऑफ पीपल” (GEP) मॉडल की ओर बढ़ रहा है, जिससे हर नागरिक को सशक्त किया जा सके।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने हाल ही में यूएई, ऑस्ट्रेलिया और मॉरीशस के साथ व्यापार समझौते किए हैं, जिससे देश वैश्विक व्यापार और वाणिज्य का केंद्र बन रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत में बैंकिंग क्षेत्र में सुधारों के चलते रिकॉर्ड मुनाफा हो रहा है, जिससे जमाकर्ताओं को लाभ मिल रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में अब बड़े फैसले राष्ट्रहित को प्राथमिकता देकर लिए जा रहे हैं। उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि पहले चुनावी गणनाओं और राजनीतिक अस्तित्व बचाने की चिंता में कई महत्वपूर्ण सुधारों को टाल दिया जाता था। लेकिन अब भारत “नेशन फर्स्ट” की नीति पर चल रहा है, जिससे देश तेजी से आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में स्वामी विवेकानंद के शब्दों को याद करते हुए कहा, “उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।” उन्होंने कहा कि आज हर भारतीय में यही जज्बा दिखाई दे रहा है, और यही भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाएगा।